विनय सिंह किंकर (मदनपुर) औरंगाबाद
मदनपुर कहते हैं कि इश्क और मुश्क छुपाए नहीं छुपता है और एक दिन जमाने को इसकी खबर लग ही जाती है कुछ ऐसा ही वाक्या मदनपुर प्रखंड के अति नक्सल प्रभावित दक्षिणी इलाके के पितांबरा गांव में हुआ है. जहां ग्रामीणों ने प्रेमी युगल की शादी करवा दी है प्रेम प्रसंग का यह मामला बीते दो साल से चला आ रहा था. मामला में नीमा आजन पंचायत के नावाडीह गांव निवासी नरेश भुइयां की पुत्री राजकलिया पितांबरा गांव के लखन भुइया के पुत्र लवलेश कुमार की आंखें उस समय चार हो गई जब वह उमंगा मेला घूमने आई थी. और दोनों ने एक दूसरे को अपना दिल दे बैठे फिर शुरू हुआ छुप-छुपकर मिलने का सिलसिला जो पिछले दो वर्ष से लगातार चलता आ रहा था. लेकिन या छुपा छुपी का खेल ज्यादा दिनों तक नहीं चला और इस जोड़ी को ग्रामीणों ने रंगे हाथ पकड़ लिया सोमवार की शाम जब एक प्रेमी युगल एक दूसरे से मिलने पहुंचे थे तो ग्रामीणों ने उन्हें पकड़ लिया जिसके बाद लड़का लड़की के परिवार वालों को इस बात की सूचना दी गई और सभी ग्रामीणों के समक्ष माता-पिता की सहमति से दोनों की शादी कराई गई गांव वालों ने कराई प्रेमी और प्रेमिका की शादी प्रेमी सोमवार की शाम के समय अपने प्रेमिका से मिलने आया था दोनों को गांव वालों ने देख लिया और शादी के बारे में पूछा फिर ग्रामीणों ने प्रेमी और प्रेमिका के परिजनों को बुलाकर समझाया इसके बाद पंडित बुलाकर दोनों की शादी करा दी यह शादी पूरे इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है परिवार की सहमति के साथ हुई शादी जब गांव वालों ने दोनों को पकड़ लिया तो विवाद शुरू हो गया गांव वालों ने दोनों परिजनों को समझाया कि ऐसे चुप चुप कर मिलने से अच्छा है कि दोनों की शादी करा दी जाए दोनों एक-दूसरे से काफी प्रेम करते हैं इसके बाद शादी की पूरी रस्म अदायगी की गई मौके पर मौजूद पूर्व मुखिया उपेंद्र यादव व सरपंच प्रतिनिधि विनय गुप्ता ने बताया कि यह मामला समाज में एक नजीर पेश करेगा और इससे दहेज प्रथा पर भी रोक लगेगी उपस्थित सभी ग्रामीणों ने नवविवाहित जोड़े को आशीर्वाद देकर सफल सुखद जीवन की मंगल कामना किया शादी के बाद प्रेमी और प्रेमिका बेहद खुश आनन-फानन में मदनपुर बाजार से दुल्हन और दूल्हे के लिए शादी का जोड़ा खरीदा गया स्थानीय लोगों एवं परिजनों की मौजूदगी में प्रेमी लवलेश ने अपनी प्रेमिका रज कलिया की मांग में सिंदूर भर दिया शादी के बाद दोनों बहुत खुश है