गलत इंजेक्शन से हुई थी मेडिकल छात्र की मौत
औरंगाबाद, बिहार।
गलत इंजेक्शन के कारण मेडिकल छात्र की मौत मामला तूल पकड़ता जा रहा है। हत्यारे डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने के कारण लोगों में आक्रोश चरम पर है। इस मामले में हत्यारे डॉक्टर को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर लोगों ने कैंडल मार्च निकाला। यह कैंडल मार्च गांधी मैदान से शुरू होकर रमेश चौक पर समाप्त हुआ। जहां मृत छात्र को श्रद्धांजलि दी गई।

जिला मुख्यालय पर ऐसे ऐसे डॉक्टर अस्पताल खोल कर बैठ गए हैं। जिन्हें मरीजों के जान की कोई फिक्र नहीं है।
जानकारी के अनुसार बीते 10 सितंबर को राजद जिला प्रवक्ता डॉ रमेश यादव के भतीजे मनीष कुमार को मामूली बुखार होने पर शहर के ब्लॉक कॉलोनी के सतेंद्र नगर स्थित दुर्गा चौक पर डाक्टर संतोष कुमार के निजी क्लिनिक में खुद बुलेट बाइक चलकर अपने परिजन के साथ इलाज़ कराने गया था। जहां गलत इंजेक्शन लगाने से मनीष की मौत हो गई थी। इस घटना के एक सप्ताह बीतने के बाद भी हत्यारे डाक्टर की गिरफ्तारी न होने पर आक्रोशित परिजनों ने कैंडल मार्च निकाल कर पुलिस – प्रशासन से तत्काल गिरफ्तारी की मांग की गई है।
युवक करता था मेडिकल की तैयारी
जिला।मुख्यालय के गंगटी गांव के रहने वाले 22 वर्षीय मनीष कुमार मेडिकल का छात्र था। पिछले दिनों वह जन्माष्टमी में अपने गांव वार्ड नंबर 31 आया हुआ था। वह एक होनहार छात्र था। परिजनों को उससे काफ़ी उम्मीदें थीं लेकिन डाक्टर की गलत इंजेक्शन ने उसकी जान ले ली।
एक सप्ताह बीतने के बाद भी नहीं हुई हत्यारे डॉक्टर की गिरफ्तारी

घटना के संबध में डॉ रमेश यादव ने आरोपी डॉक्टर के खिलाफ नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी तथा कार्रवाई की मांग की थी। जिसमें घटना के एक सप्ताह बाद भी डाक्टर की गिरफ्तारी न होने से आक्रोशित परिजनों ने कैंडल मार्च निकाल कर बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है।

यह मार्च शहर के गांधी मैदान से रमेश चौक तक निकाला गया। मौके पर बड़ी संख्या में लोगों ने डॉक्टर संतोष के खिलाफ नारेबाज़ी की।
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इस दौरान डॉ रमेश यादव सहित सैकड़ो लोगों ने आरोप लगाते हुये कहा कि डॉक्टर संतोष ने बिना डायग्नोसिस किए मनीष का इलाज किया जिसमें गलत इंजेक्शन लगाने से उसकी मौत हो गई। ऐसे में न्याय और श्रद्धाजंलि देने के लिए यह कैंडल मार्च निकाला गया। इसके बावजूद अगर डॉक्टर संतोष की गिरफ्तारी नहीं हुई तो सड़क पर उतरकर आंदोलन करने को बाध्य होंगे।
इस दौरान राजद नेता उदय उज्जवल, शत्रुघन यादव, चंदन यादव, रवि यादव, राम केवल यादव समेत सैकडों की संख्या में लोगों ने कैंडल मार्च में भाग लिया।