औरंगाबाद, बिहार।
जिला मुख्यालय के पुलिस लाइन में एक नवविवाहिता की गला घोंट हत्या का मामला प्रकाश में आया है। मृतिका की पहचान उत्तर प्रदेश के बलिया ज़िले के चितबाड़ा निवासी धर्मेंद्र कुमार गिरि की पत्नी अनु कुमारी के रूप में की गई हैं। पति पुलिस लाइन में कांस्टेबल के पद पर कार्यरत है। मृतिका का मायका बिहार के आरा ज़िले की बिहिया गांव में पड़ता है। जो माता पिता की इकलौती संतान थी।
घटना के संबंध में मृतका के पति बिहार पुलिस का कांस्टेबल धर्मेंद्र कुमार गिरि ने बताया कि एक साल पहले वर्ष 2021 में उसकी शादी हुई थी। हादसा से पूर्व रविवार की शाम जब वह सो कर उठा तो इसके बाद वह बैरक में चला गया। जब वहां से लौटा तो पास के ही एक सैलून में दाढ़ी बनवाया। उसके बाद जब वह किराए के मकान में गया तो दरवाज़ा बंद था। इस दौरान उसने आवाज़ देकर दरवाज़ा खुलवाने की कोशिश की। लेकिन जब काफी देर बाद भी दरवाजा नहीं खुला तब खिड़की से झांक कर देखा तो पाया कि पत्नी फंदे से लटकी हुई है। इसके बाद किसी तरह दरवाज़ा तोड़ कर अंदर कमरे में गया और उसे फंदे से उतारकर सदर अस्पताल लेकर गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

धर्मेंद्र कुमार गिरी उत्तरप्रदेश के बलिया जिले के चितबाड़ा का रहने वाला है जो कि बिहार पुलिस में कांस्टेबल के पद पर औरंगाबाद में कार्यरत है।
वहीं इस मामले में मायके वालों का आरोप है कि उनकी बेटी को शादी के बाद से ही दहेज के लिए प्रताड़ित किया जाता था और उनलोगों से बात भी नहीं करने देता था। उन्होंने अपनी इकलौती बेटी की शादी 30 अप्रैल 2021को हिन्दू रीति रिवाज के तहत बड़ी धूमधाम से की थी। उपहारस्वरूप स्वेच्छा से अपनी इकलौती बेटी को सब कुछ दिया था। मगर शादी के बाद लड़का के द्वारा चारपहिया वाहन की डिमांड की जा रही थी।

उन्होंने कहा कि आर्थिक तंगी के कारण देने में हम लोग असमर्थ थे जबकि कहा गया था कि कुछ दिन ठहर जाइए वह भी दे दिया जाएगा। गाड़ी नहीं मिलने के कारण उनकी पुत्री को दामाद धर्मेंद्र कुमार गिरी प्रताड़ित करने लगा और इधर 10 दिनों से लगातार मारपीट कर रहा था। जिसकी सूचना बेटी ने किसी तरह फोन से दी थी। उनलोगों से लड़की की फोन पर बात भी नहीं करने देता था। अगर बात करते देख लेता तो बेटी को जमकर पीटता था। मगर आज तो हद हो गई उनकी बेटी की गला घोट कर फांसी के फंदे से लटका दिया ताकि लोग समझे की आत्महत्या कर ली है। बेटी के पूरे शरीर पर चोट के निशान है।

वही मां ने रोते हुए कहा कि अब हम किसके सहारे जिएंगे मेरा तो कोई बेटा भी नहीं है मात्र यही इकलौती बेटी थी। मौत की खबर सुनते ही पूरे गांव में कोहराम मच गया और सबका रोते-रोते बुरा हाल है।

घटना की सूचना मिलते ही मुफस्सिल थाना अध्यक्ष राजेश कुमार सदर अस्पताल पहुंच कर शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करा कर परिजनों को सौंप दिया है वही मामले की तहकीकात में जुट गई है। प्रथम दृष्टया पुलिस का कहना है कि पूरे शरीर पर चोट के निशान पाए गए हैं।