Thursday, October 16, 2025

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पैसों के लिए मरीजों को लगाता है ड्रिप, डॉ संतोष कुमार के फर्जीवाड़े का मुहल्ले वालों ने किया खुलासा, गलत इलाज से हुई थी रमेश यादव के भतीजे की मौत

औरंगाबाद, बिहार।

जिले में कुकुरमुत्ता की तरह अस्पताल और फैले फर्जी डॉक्टरों के कारण आए दिन लोगों की मौत हो रही है। गलत इलाज के कारण मरीजों की जान और पैसे दोनों जा रहे हैं।  ताजा मामला जिला मुख्यालय के सत्येंद्र नगर का है जहां डॉक्टर संतोष कुमार नाम के क्लीनिक में एक युवक की गलत इलाज के कारण मौत हो गई। युवक की पहचान नगर परिषद क्षेत्र के गंगटी गांव निवासी रामप्रवेश यादव के पुत्र के रूप में की गई है।

मृत मनीष कुमार की फाइल फोटो

बताया जाता है कि गंगटी गांव निवासी डॉ रमेश यादव का भतीजा मनीष कुमार की रात में तबियत खराब हुई थी। उसके बाद वह स्वयं ही बुलेट बाइक पर अपनी माँ को बैठाकर सदर हॉस्पिटल गया। जहां भीड़ और अव्यवस्था होने के कारण वह जिला मुख्यालय के सत्येंद्र नगर में स्थित डॉ संतोष के क्लिनिक पहुंचा। जहां आधे घण्टे में ही उसकी स्थिति नाजुक हो गई और अंततः मौत हो गई। मृतक के चाचा राजद प्रवक्ता डॉ रमेश यादव ने बताया कि डॉक्टर ने उनके भतीजे को गलत इंजेक्शन दे दिया, जिसके कारण उसकी मौत हो गई। उन्होंने डॉक्टर पर कार्रवाई करने की मांग की है।

घटना का संबंध में जानकारी देते राजद के जिला प्रवक्ता डॉक्टर रमेश यादव

जिले में चल रहे सभी फर्जी क्लिनिको पर कार्रवाई की मांग
राजद प्रवक्ता डॉ रमेश यादव के भतीजे की मौत के बाद राजद नेता सकते में हैं। प्रदेश महासचिव इंजीनियर सुबोध कुमार सिंह ने जिले भर में चल रहे क्लीनिकों की जांच की मांग की है। साथ ही डॉक्टरों की डिग्री की भी जांच करने की मांग की है।

आरोपी डॉक्टर का साइन बोर्ड जिस पर उसने अपनी विशेषता बताई है (फ़ोटो- राजेश रंजन)

सदर हॉस्पिटल की व्यवस्था पर भी सवाल

जिला परिषद सदस्य और राजद नेता शंकर यादवेन्दु ने सदर अस्पताल की व्यवस्था पर भी सवाल उठाया है। उन्होंने मैनेजमेंट पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब दवाएं उपलब्ध हैं, डॉक्टर उपलब्ध हैं तो फिर इमरजेंसी में मरीजों का इलाज क्यों नहीं होता है।  उन्होंने कहा कि अगर सदर अस्पताल में मरीजों का इलाज होने लगे तो लोग फर्जी क्लीनिकों ने जाएंगे ही क्यों?
उन्होंने कहा कि रविवार को सदर अस्पताल में इमरजेंसी व्यवस्था सही नहीं थी। जिसके कारण मनीष अपना इलाज नहीं करा सका। राजद नेताओं ने कहा कि यह कैसे संभव है कि जो लड़का बुलेट चलाकर खुद अपनी मां को लेकर अपना इलाज कराने गया हो अचानक उसकी स्थिति ऐसे बिगड़ जाए कि 1 घंटे में उसकी मौत हो जाए।

आरोपी डॉक्टर क्लीनिक बन्द कर हुआ फरार

जैसे ही मनीष के मौत की जानकारी आरोपी चिकित्सक संतोष कुमार को हुई तो वह अपना क्लिनिक बंद कर फरार हो गया। क्लिनिक के गेट पर दो दिनों तक बंद रखने का सूचना चिपका दिया है।

मुहल्ले में भी बदनाम है आरोपी चिकित्सक

आरोपी चिकित्सक संतोष कुमार मुहल्ले में भी बदनाम है। उसके घर के बगल में रहने वाले भरुब पंचायत के पूर्व मुखिया अंबिका पांडेय ने बताया कि यहां आए दिन मरीजों की मौत होते रहती है। वे खुद इस डॉक्टर पर केस दर्ज कराएंगे।
फिलहाल राजद प्रवक्ता डॉ रमेश यादव के भतीजे मनीष कुमार की मौत के बाद जिले में राजद नेताओं के तेवर कड़े हो गए हैं। ऐसी स्थिति में जिले में चल रहे अवैध क्लिनिकों पर कार्रवाई होने की संभावना बढ़ गई है।

इस घटना की सूचना पाकर अंतिम संस्कार में कांग्रेस  के औरंगाबाद जिला प्रभारी, पूर्व मंत्री अवधेश कुमार सिंह, पूर्व विधायक सुरेश मेहता, राजद प्रदेश महासचिव कालेश्वर यादव, जिला पार्षद अनिल यादव, सुरेंद्र यादव, उप प्रमुख बादशाह यादव, राजद आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष उदय उज्जवल, पैक्स अध्यक्ष सह मुखिया विजेन्द्र यादव, प्रकाश यादव, राजू यादव, युवा नेता बिकास यादव, सुशील यादव सहित बड़ी संख्या में लोग पहुंचे और पीड़ित परिजनों को सांत्वना दी।

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