औरंगाबाद, बिहार।
लड़कियों को सामाजिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से बीआरबीसीएल ने एक अभियान चलाया है। जिसे बालिका सशक्तिकरण अभियान 2024 का नाम दिया गया है। इस अभियान के तहत बीआरबीसीएल विस्थापित 16 विद्यालयों के छात्राओं को चयनित किया गया है।
बालिकाओं के स्वास्थ्य की जांच कराई जाएगी। इसके लिए प्रारंभिक सर्वेक्षण का कार्य भी शुरू कर दिया गया है। कार्यक्रम में आगे लड़कियों को अंग्रेजी भाषा विषय, गणित और विज्ञान में अव्वल बनाने के लिए विशेष शिक्षा व्यवस्था, आत्मरक्षा के लिए जूडो क्लास और स्वास्थ्य के लिए योगा क्लास की भी व्यवस्था की जाएगी।

बीआरबीसीएल ने 30 अप्रैल 2024 को बालिका सशक्तिकरण अभियान 2024 के लिए प्रारंभिक सर्वेक्षण और स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया।
इस कार्यक्रम में 16 परियोजना प्रभावित विद्यालयों की 40 बालिकाओं ने भाग लिया। प्रारंभिक सर्वेक्षण के द्वारा बालिकाओं की शैक्षणिक योग्यता का अनुमान लगाया जाता है।इस सर्वेक्षण के आधार पर बालिकाओं की क्षमता के अनुसार उनके लिए विशिष्ट व्यवस्था और पाठ्यक्रम का प्रबंध किया जाएगा।
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साथ ही इन चयनित बालिकाओं की स्वास्थ्य जांच भी कराई गई। यह स्वास्थ्य जांच परियोजना परिसर में स्थित जीवक अस्पताल में चिकित्सको के देख रेख में की गई।

बालिका सशक्तिकरण अभियान के दौरान बालिकाओं को गणित, अंग्रेजी, हिंदी आदि जैसे विषय पढ़ाये जाएंगे। साथ ही सर्वांगीण विकास हेतु बालिकाओं को कराटे, योगा ,स्वच्छता, साइबर सुरक्षा, एवं अन्य प्रशिक्षण भी दिया जाएगा । अभियान के दौरान, बालिकाओं को परियोजना में छात्रावास एवं पौष्टिक आहार की सुविधा भी प्रदान की जाएगी।

कार्यक्रम में बी जे सी शास्त्री, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, बीआरबीसीएल ने बालिकाओं को कार्यशाला में भाग लेने के लिए प्रेरित किया और सुनिश्चित किया कि कार्यशाला सभी के लिए फायदेमंद साबित होगी।
बालिका सशक्तिकरण अभियान का उदेश्य परियोजना के आसपास के ग्रामों की 10 से 12 वर्ष की बालिकाओं के सर्वांगीण विकास के लिए एक मंच प्रदान करना एवं उनको सामाजिक समानता और सशक्तीकरण के बारे में बालिकाओं को अवगत कराना है।