औरंगाबाद, बिहार।
राष्ट्रीय जनता दल के औरंगाबाद जिला कार्यालय में जिलाध्यक्ष पूर्व विधायक सुरेश मेहता की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक की गई।
यह बैठक 7 अगस्त को जिला मुख्यालय पर जातीय जनगणना लागू करने की मांग को लेकर हो रहे प्रदर्शन की तैयारी की समीक्षा के लिए आयोजित की गई थी।
बैठक में जातिगत जनगणना, मंडल कमीशन की सिफारिश को पूर्णरूपेण लागू करने और बैकलॉग में आरक्षण की व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु 7 अगस्त को औरंगाबाद गांधी मैदान से रमेश चौक होते हुए समाहरणालय तक, कोविड-19 के गाइडलाइंस का पालन करते हुए शांति पूर्वक प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया।
प्रदर्शन में जिले भर के महागठबंधन के विधायक, पूर्व विधायक, पूर्व मंत्री और सभी प्रकोष्ठ के पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित रहेंगे ।
प्रदर्शन की तैयारी हेतु बैठक में मुख्य रूप से राजद प्रदेश सचिव इंजीनियर सुबोध कुमार सिंह, युसूफ आजाद अंसारी, जिला प्रवक्ता डॉ रमेश यादव, उदय भारती, प्रधान महासचिव अनिल टाइगर, जिला उपाध्यक्ष इंदल यादव, संजय यादव आदि प्रमुख रूप से उपस्थित हुए।
जिला प्रवक्ता डॉ रमेश यादव ने बताया कि आज जब पशु पक्षियों की गिनती होती है तो सरकार को जातीय जनगणना कराने में क्या परेशानी हो रही है । 1930 के बाद इस देश में जातीय जनगणना नहीं करवाई जा सकी और 1930 के आधार पर ही अब तक देश में जातिगत संख्या का अनुमानों लगाया जाता है ।
7 अगस्त को ही मंडल मसीहा और तत्कालीन प्रधानमंत्री बीपी सिंह ने मंडल कमीशन को पारित किया था।