औरंगाबाद, बिहार।
जिले के सदर प्रखंड के फेसर थाना क्षेत्र से दहेज हत्या का मामला सामने आया है। मामला दरियापुर गांव का है जहां बुधवार को दहेज के लिए गला दबाकर नवविवाहिता की हत्या कर दी गई है। मृतक 22 वर्षीय गीतांजली कुमारी दरियापुर गांव निवासी विमलेश कुमार की पत्नी थी। जिसका मायका गया जिला के डुमरिया थाना के भोकहा गांव में है।
औरंगाबाद जिले के फेसर थाना क्षेत्र के दरियापुर गांव निवासी विमलेश कुमार से ब्याही 22 वर्षीय गीतांजलि कुमारी के परिजन सपनों में भी नहीं सोचे होंगे कि उनकी बेटी इस तरह दहेज की बलि चढ़ा दी जाएगी। सदर हॉस्पिटल में पोस्टमार्टम कराने पहुंचे गीतांजली के पिता गया जिला के डुमरिया भदवर थाना क्षेत्र के भोकहा गांव निवासी नारायण पासवान ने बताया कि वर्ष 2020 के ही फरवरी माह में पुत्री की शादी हिन्दू रीति रिवाज के अनुसार धूमधाम से विमलेश के साथ किया था। शादी के एक वर्ष तक सबकुछ ठीक रहा।

अप्रैल 2021 से तीन लाख रुपया व एक अपाची बाइक के लिए ससुराल वालों ने मांगना शुरू किया। वे लोग काफी गरीब हैं। तीन लाख रुपया व बाइक दे पाना संभव नहीं था। उस वक्त पुत्री की दामाद और उसके ससुराल वालों के द्वारा काफी पिटाई की गई। पुत्री ने पिटाई की सूचना दी तब वे लोग वहां पहुंचे और समझौता हुआ।
समझौता के बावजूद भी वे लोग नहीं माने। पैसा व बाइक के लिए पुत्री को प्रताड़ित करते रहे।
मंगलवार शाम पुत्री गीतांजली अपनी बहन से वीडियो कालिंग कर फोन पर बेहतर तरीके से खुशीपूर्वक बात कर रही थी। जबकि बुधवार सुबह वह उनलोगों से फोन पर बात करके रोने लगी। बोलने लगी कि पिताजी बचा लीजिए ये ससुराल वाले उसे मार देंगे। पति व उसके स्वजनों के द्वारा उसकी काफी पिटाई की जा रही है। इसी बीच पुत्री की आवाज आनी बंद हो गई। नारायण पासवान ने बताया कि आधे घंटे के बाद पुत्री के ससुरालवालों ने उन्हें फोन करके बताया कि उनकी बेटी गीतांजली ने फांसी लगा ली है। जब वे लोग बेटी के ससुराल पहुंचे तो देखा कि पुत्री मृत होकर जमीन पर लेटी हुई थी। ससुराल वाले घर से फरार हो गए थे। गले पर रस्सी एवं शरीर पर मारपीट के निशान हैं। इसकी सूचना पुलिस को दी गई।
गीतांजलि के पिता नारायण पासवान ने बताया कि उनका दामाद विमलेश कुमार अपने परिजनों के साथ मिलकर उनकी बेटी की हत्या कर दी है। फेसर थाना के प्रभारी थानाध्यक्ष मो. अफरोज ने बताया कि महिला की शव जमीन पर लेटा मिला है। पोस्टमार्टम कराने के लिए औरंगाबाद भेज दिया गया है। मायके वालों के द्वारा जो आवेदन दिया जाएगा उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। मामले की हर बिंदु पर जांच की जा रही है।