चार महीने के कार्यकाल में 26 शराब माफियाओं को थाना प्रभारी ने किया गिरफ्तार, 4000 हजार से अधिक लीटर शराब किया जब्त
चार महीने के कार्यकाल में थाना प्रभारी ने कायम की कानून का राज
औरगाबाद। पुलिस की नौकरी को आज के दौर में करना धैर्य का काम है। विभाग में लंबी पारी खेलने के लिए ईमानदारी कर्तव्यनिष्ठा और धैर्य की सख्त आवश्यकता होती है जिसे हर हाल में पुरा किया है माली थाना प्रभारी पवन कुमार ने। इनकी सक्रियता और कर्तव्यनिष्ठा का इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि चार महीने के कार्यकाल में श्री कुमार ने
26 शराब माफिया को गिरफ्तार कर, चार हजार से अधिक लीटर शराब बरामद कर एवं उनके द्वारा शराब माफिया के विरूद्ध दर्जनों कांड दर्ज किये गये है। साथ ही अवैध बालू से लदे कई ट्रैक्टर जब्त किया गया हैं। समाजीक कार्यों में उल्लेखनीय योगदान के साथ कोरोना महामारी के दौरान आवश्यक नियमों को सख्ती से पालन करवाने तथा कई लंबित थाना काण्डों को निष्पादन एवं जेल से रिहा हुये अपराधी सूची में शामिल अभियुक्तों को गुडा परेड के तहत उनके व्यवहारों व कृत्यों का उचित मूल्यांकन कर गुंडा सूची से बाहर करने जैसे विभिन्न मापदंड और कार्य के जरिए वे अपनी कार्यकुशलता पर खरे उतरे है। अर्थात एक पुलिस की अपराधों पर अंकुश लगाने शांति व्यवस्था बहाल करने तथा जनता से सीधा जुड़ाव स्थापीत किया है। चाहे वह जिस वर्ग का हो जनता बेझिझक अपनी समस्याएं थाना प्रभारी के समक्ष रखता है, तथा माममे में थाना प्रभारी द्वारा उचित कार्यवाई भी की जाती है। श्री कुमार बताते है कि पुलिस महकमा समाज में अपराध पर तो अंकुश लगाता ही है साथ में समाज सेवा का भी धर्म निभाता है। पुलिस की जिम्मेदारी बनती है कि वर्दी और कानून के मुताबिक काम कर पीड़ित को न्याय दिलाया जाए।
अपनी मेहनत एवं समर्पण से काम करते हुए जनता को न्याय दिलाए। श्री कुमार बताते है कि हमारी पहली प्राथमिकता आपराधिक घटनाओं पर नकेल कसना है। इसके साथ ही आम लोगों को किसी तरह की परेशानी न हो, इसका भी ध्यान रखना है। उन्होंने कहा कि तमाम पुराने अपराधियों का रिकाॅर्ड खंगाला जाएगा और उनकी गतिविधियों पर भी नजर रखी जाएगी। थाना क्षेत्र में शराब कारोबारियों तथा उचक्कों पर पुलिस की पैनी नजर है। उन्होंने बताया कि नियमित गश्त मेरी प्राथमिकता में शामिल है। इसके साथ ही गश्त को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह से सजग भी है। थाना क्षेत्र में अपराध नियंत्रण की प्राथमिकता के साथ आमजन से सहयोग की अपेक्षा है। विधि व्यवस्था का अनुपालन हो इसका भी वे ख्याल रखेंगे। भविष्य में अपराध नियंत्रण की रूप रेखा तय कर उसपर मुस्तैदी से अमल करेंगे।