औरंगाबाद, बिहार।
जिले के नबीनगर प्रखण्ड के एक गांव में उस समय हलचल मच गई जब बिना किसी लग्न मुहूर्त के ही एक प्रेमी जोड़े ने शादी रचा ली। दोनों चिरैला चिरैली गांव के रहने वाले हैं। शादी के बाद दोनों ने व्यवहार न्यायालय में शपथ पत्र भी बनवाया।
प्रेमी-प्रेमिका के बीच प्रेम को परिजनों द्वारा शादी की मुहर नही लगाये जाने पर नाराज प्रेमी युगल द्वारा बिना लगन मुहुर्त के मंदिर में शादी रचा लेने का मामला प्रकाश में आया है। शादी के बाद नव दंपत्ति ने मैरिज का शपथ पत्र भी तैयार कराया है। दरअसल मामला नबीनगर प्रखंड के दो गांवों का है। बताया जाता है कि चिरैला टोले देवराज बीघा निवासी लल्लू सिंह का पुत्र प्रवीण कुमार बगल के ही चिरैली कुट्टी पर निवासी अरूण कुमार सिंह की पुत्री रानी कुमारी के साथ प्रेम करता था। दोनों ने परिजनों के समक्ष अपनी शादी कराने का प्रस्ताव रखा लेकिन दोनो पक्ष ने ही इसे अस्वीकार कर दिया।

परिजनों द्वारा शादी कराने से इंकार के बाद प्रेमी युगल ने बिना लगन मुहुर्त के मंदिर में शादी रचा ली। शादी रचाने के बाद दोनो मंगलवार को औरंगाबाद कोर्ट चले आये। कोर्ट में दोनो ने शादी को कानूनी जामा पहनाने के लिए शपथ पत्र भी तैयार कराया। शपथ पत्र तैयार कराने यहां आई प्रेमिका रानी ने बताया कि वह प्रवीण से प्रेम करती थी। उसी के साथ शादी करना चाहती थी। परिवारवाले तैयार नहीं हुए तो उन दोनों ने मंदिर में शादी कर ली और कोर्ट आकर इस आशय का शपथ पत्र तैयार कराया। वहीं प्रेमी प्रवीण ने बताया कि वे दोनों प्रेम विवाह किये हैं।
कहा कि प्रेमिका के परिवारवाले शादी के लिए तैयार नहीं थे। वे दोनों शादी कर एक दूसरे के साथ रहना चाहते थे। इसी कारण उन्होने शादी रचा ली। शादी के शपथ पत्र अधिवक्ता के रूप में मुकेश कुमार सिंह एवं चित्रांश चंदन ने पहचानकर्ता के रूप में हस्ताक्षर किया है।