औरंगाबाद, बिहार।
मेडिकल कॉलेज में स्नातक में दाखिले के लिए राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा नीट यूजी 2025 का परिणाम घोषित कर दिया गया है। घोषित परिणाम में जिला मुख्यालय के वार्ड नम्बर 33 बैजनाथ बीघा के रहने वाले आयुष कुमार ने 99.79 परसेंटाइल लाकर जिले का नाम रोशन किया है। आयुष की इस सफलता पर माता पिता समेत परिजनों ने बधाई प्रेषित किया है।
आयुष कुमार ने ऑल ओवर इंडिया में 5042 रैंक और ओबीसी कोटे से 1969 वां स्थान लाया है। आयुष 572 अंक लाकर 99.79 परसेंटाईल लाया है।
अपनी सफलता को लेकर आयुष ने बताया कि वह 10 वीं जवाहर नवोदय विद्यालय बारुण से 2022 में किया था। जहां उसे 95.20प्रतिशत अंक प्राप्त हुआ था। वहीं साल 2024 में 84.40 प्रतिशत के साथ औरंगाबाद सच्चिदानंद सिन्हा कॉलेज से 12 वीं परीक्षा उतीर्ण किया था। आयुष के पिता सुबोध कुमार सुमन कृषक हैं वहीं माता रेणु देवी गृहणी हैं। दादा सूर्यदेव यादव औरंगाबाद के रामलखन यादव कॉलेज से लैब इंस्ट्रक्टर के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। आयुष की।सफलता में दादा के पेंशन का बड़ा योगदान है। आयुष की सफलता पर बड़े पापा विनय कुमार सुमन, बड़ी मम्मी
बिनय कुमार सुमन आदि परिजनों ने आयुष की सफलता पर मिठाई खिलाकर खुशी का इजहार किया।

पोते की सफलता पर आयुष के दादा व औरंगाबाद के रामलखन सिंह यादव कॉलेज के रिटायर्ड लैब इंचार्ज सूर्यदेव यादव ने कहा कि उन्होने पोते को डॉक्टर बनने का सपना देखा था। अपने पेंशन की राशि पोते की पढ़ाई पर खर्च करते थे। पोते ने यह सफलता हासिल कर उनकी उम्मीदों को पूरा किया है, आज उन्हे बेहद खुशी महसूस हो रही है। इस दौरान दादी शांति देवी भी खुशी से लबरेज दिखी। आयुष की मां रेणु देवी ने बेटे की सफलता पर कहा कि आयुष के दादा पूरे परिवार के बच्चों के मार्गदर्शक है। उनके मार्गदर्शन में हमारे परिवार के बच्चें पढ़ाई कर आगे बढ़ रहे है। आयुष ने मेडिकल की प्रवेश परीक्षा पास कर अपनी मां का मान-सम्मान बढ़ाया है। आयुष की चाची शांति देवी ने भी भतीजे की सफलता पर खुशी का इजहार किया। वही आयुष के पिता सुबोध कुमार सुमन और बड़े चाचा विनय कुमार सुमन ने कहा कि हमें आयुष की सफलता पर गर्व की अनुभूति हो रही है। आयुष ने अपने परिवार, गांव, प्रखंड और जिले का मान-सम्मान बढ़ाया है। आयुष ने अपनी सफलता का श्रेय अपने पैरेंट्स और टीचर्स को देते हुए कहा कि पिछ्ले साल पहले प्रयास में सफलता नही मिलने पर वह निराश नही हुआ था बल्कि दोगुने उत्साह से फिर से तैयारी में लग गया था। 12 से 14 घंटे तक मेहनत से पढ़ाई की, जिसका परिणाम यह सफलता है। कहा कि मेहनत करने पर परिणाम बेहतर मिलता ही है। इसलिए जो छात्र मेहनत करेंगे, उन्हे सफलता जरूर मिलेगी। आयुष ने बताया कि वर्ग-6 से 10 तक की पढ़ाई उसने बारूण के नवोदय विद्यालय से पूरी की। वर्ष 2022 में उसे 10वीं में 500 में 476 यानी 95.2 प्रतिशत अंको से प्रथम आया था। वही आईएससी की पढ़ाई उसने शहर के सच्चिदानंद सिंहा कॉलेज से पूरी की और 2024 में इस परीक्षा में उसे 500 में 422 अंक यानि 84.4 प्रतिशत अंक मिले और प्रथम श्रेणी से पास किया। इस दौरान एपीयरिंग कैंडिडेट के रूप में नीट परीक्षा के लिए पहला अटेम्पट किया। पिछ्ली बार तो सफलता नही मिली लेकिन इस बार सफलता मिली।
(औरंगाबाद से राजेश रंजन की रिपोर्ट )