औरंगाबाद, बिहार।
जिले के डीएम सौरभ जोरवाल का तबादला मोतिहारी हो गया है। बिहार सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार बिहार के कई आईएएस अधिकारियों का तबादला किया गया है। इस सूची के अनुसार औरंगाबाद के डीएम सौरभ जोरवाल को पूर्वी चंपारण का डीएम बनाया गया है। वहीं पूर्णिया के जिलाधिकारी सुहर्ष भगत को औरंगाबाद का नया डीएम बनाया गया है।
औरंगाबाद डीएम।सौरभ जोरवाल का तबादला पूर्णिया में डीएम के पद पर किया गया है। वहां वे बंदोबस्त पदाधिकारी के अतिरिक्त प्रभार में भी रहेंगे। वहीं पूर्णिया के जिलाधिकारी सुहर्ष भगत को औरंगाबाद का जिलाधिकारी बनाया गया है और वह भी अगले आदेश तक बंदोबस्त पदाधिकारी के प्रभार में रहेंगे।

सर्वसुलभ और ईमानदार छवि से जनता में बनाई पैठ
सौरभ जोरवाल ने जिले में ईमानदार और स्वच्छ छवि के साथ सर्वसुलभ डीएम के रूप में अपनी पहचान बनाई थी। स्थानांतरण की खबर जैसे ही जिले में फैली जिले के सामाजिक, राजनीतिक कार्यकर्ता के साथ साथ आम लोग भी मायूस हो गए। जिलाधिकारी अपने कार्यकुशलता की वजह से सबके चहेते बने हुए थे।
कोरोना महामारी के दौरान संभाला कार्यभार, विधानसभा चुनाव कराया सम्पन्न
सौरभ जोरवाल डीएम के रूप में साल 2019 में औरंगाबाद में आए थे। उस समय कोरोना का।दौर शुरू हो चुका था। देखते ही देखते 2 साल तक महामारी से लोग परेशान रहे। जिसे प्रशासनिक स्तर पर डीएम सौरभ जोरवाल ने चुनौती के रूप में लिया। डीएम के नेतृत्व में इस महामारी को प्रशासन ने डट कर मुकाबला किया। इसी दौरान 2020 में बिहार विधानसभा चुनाव भी आया और उसे भी निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराया। हालांकि जिले के सभी 6 सीट महागठबंधन के खाते में गया था।
धार्मिक रूप से संवेदनशील औरंगाबाद शहर में रामनवमी का जुलूस में किसी तरह की हंगामा नहीं हुआ। यही नहीं देव छठ मेले में पहुंची।20 लाख से अधिक श्रद्धालुओं की भीड़ को भी अच्छे तरीके हैंडल किया। जिले में सामाजिक समरसता को बहाल करते हुए इन्होंने अपने नेतृत्व में अपने कार्य अवधि में सभी पर्व त्योहार को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराया। जिसके लिए इन्हें सामाजिक एवं राज्य स्तर पर भी इन्हे पुरुस्कृत किया गया।
वहीं औरंगाबाद के नए जिलाधिकारी सुहर्ष भगत 2015 बैच के आइएएस अधिकारी हैं। अभी वे पूर्णिया के डीएम के तौर पर कार्यरत थे।