औरंगाबाद, बिहार।
जिले से होकर गुजरने वाली जीटी रोड पर उस समय अजीबोगरीब स्थिति उत्पन्न हो गई जब औरंगाबाद सांसद सुशील सिंह की गाड़ी बाइक सवार लुटेरों का पीछा करते हुए सड़क पर दौड़ने लगी। इस दौरान लुटेरों ने कई बार हवा में पिस्टल भी लहराया लेकिन सांसद और उनके अंगरक्षकों ने आखिरकार लुटेरों को 6 किलोमीटर तक दौड़ा कर पकड़ ही लिया। मामला बारुण थाना क्षेत्र के सोन पुल से मधुपुर गांव तक की बीच की है।
औरंगाबाद से बीजेपी सांसद सुशील कुमार सिंह की हर तरफ चर्चा हो रही है। मामला है एक महिला से चेन छीनकर भाग रहे लुटेरों को 6 किलोमीटर तक दौड़ा कर पकड़ने का। घटना शुक्रवार की दोपहर की है। हालांकि इस दौरान अपराधियों ने सांसद पर पिस्टल भी तान दिया लेकिन सांसद ने बिना घबराए उनका पीछा जारी रखा। घटना औरंगाबाद जिला के बारूण थाना क्षेत्र में एनएच-2 की है।
बताया जाता है कि औरंगाबाद सांसद सुशील कुमार सिंह सासाराम से लौट रहे थे। वहां वे मंडल कारा में दंगा मामले में बंद अपनी ही पार्टी के पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद से मिलकर वापस लौट रहे थे। इसी दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-2 जीटी रोड पर बारूण थाना क्षेत्र में यह घटना घटी। सांसद ने बताया कि सासाराम से वापसी में वे औरंगाबाद जिले की सीमा में बारूण थाना क्षेत्र में सोन पुल से गुजर रहे थे। इसी दौरान उन्हें एक बाइक पर पीछे बैठी महिला ने जोर जोर से चिल्लाते हुए बता रही थी कि उसके गले से सोने का चेन छीनकर अपराधी आगे बाइक से भाग रहे हैं।

महिला से यह जानकारी मिलते ही सांसद ने अपने वाहन चालक को बाइक से भाग रहे तीनों अपराधियों का पीछा करने को कहा। पीछा करने के दौरान करीब पहुंचते ही चलती बाइक से अपराधियों ने उन पर पिस्टल तान दी। इस दौरान अपराधियों ने पीछा करने पर गोली चलाने की धमकी भी दी। लेकिन सांसद ने अपराधियों की धमकी का परवाह नही करते हुए उनका पीछा करना जारी रखा। इस दौरान एक ट्रक उनके वाहन के बीच में आ गया, जिससे अपराधियों को आगे निकल जाने का मौका मिल गया। इसके बावजूद उन्होंने अपराधियों का पीछा करना लगातार जारी रखा।
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सांसद ने अपराधियों का लगभग 8 किलोमीटर तक पीछा किया। इसी बीच मधुपुर ग्राम के पास अपराधी सड़क के दूसरे लेन में घुसकर भागने के लिए रोड के कट से मुड़े लेकिन वहां पर मिट्टी का होने के कारण वे बाइक समेत गिर पड़े। बाइक से गिरते ही तीनों अपराधी पैदल ही खेतों की ओर भागे।
अपराधियों के खेतों की ओर भागते देख सांसद ने भी अपना वाहन रुकवाया और उनके अंगरक्षकों ने दौड़कर डेढ़ किलोमीटर तक पीछा करते हुए तीनों अपराधियों को धर दबोचा।
इस बीच बारूण थाना की गश्ती गाड़ी भी पहुंच गयी और गश्ती में रहे जवानों ने भी अपराधियों का पीछा किया।
पकड़े गए अपराधियों के पास से सांसद के अंगरक्षकों ने 1 विदेशी सॉफिस्टिकेटेड पिस्टल, 1 देशी कट्टा, 7 जिंदा कारतूस और 1 मोबाइल फोन बरामद किया। हालांकि अपराधियों के पास से महिला से छीनी हुई चेन नहीं मिला। काफी खोजबीन के बाद महिला से छीनी गई चेन 2 टुकड़ों में घटनास्थल से आगे बरामद हुई। जिसे पीड़ित महिला को सौंप दिया गया है।
पीड़ित महिला की पहचान बारुण थाना क्षेत्र के सिरिस गांव निवासी राजेश गुप्ता की पत्नी सरिता कुमारी के रूप में की गई है। वह अपनी बीमार बुआ से मिलने जमुहार मेडिकल कॉलेज गई थी। वहां से पति के साथ बाइक पर लौटने के दौरान अपराधियों ने इस घटना को अंजाम दिया था लेकिन उनकी किस्मत अच्छी नही थी और वे पकड़े गये।
पकड़े गए अपराधियों में
रोहतास जिले के अकोढ़ी गोला थाना क्षेत्र के बांक निवासी टिंकू कुमार, आनंद कुमार ठाकुर और डेहरी के इदगाह मुहल्ला निवासी बिट्टू यादव के रूप में की गयी है। तीनों अपराधियों को बारूण पुलिस को बरामद हथियार समेत सौंप दिया गया है।
सांसद ने बताया कि इस घटना के डेढ़ घण्टे बाद भी बारूण थानाध्यक्ष को इसके बारे में पता नहीं था। उन्होने कहा कि यह घटना बिहार में लगातार गिरती विधि व्यवस्था का परिचायक है। कहा कि नीतीश सरकार में अपराधी बेखौफ हो गये है और वे दिनदहाड़े घटनाओं को सरेआम अंजाम दे रहे हैं। उन्होने कहा कि यह तो संयोग था कि लूट की घटना की शिकार होने पर वे पीड़ित महिला को मिल गये और एक भाई बनकर उन्होने उसकी सहायता की। इस पूरी कवायद में उनके अंगरक्षकों में बिहार पुलिस के जवान रूपन सिंह, सुमन सिंह, पवन, राजेश, सीआरपीएफ के जवान, बारूण पुलिस के गश्ती दल में शामिल जवान, समाजसेवी शुभेंदु शेखर उर्फ शुभम् सिंह, भाजपा नेता विनय सिंह, जिला मीडिया प्रभारी मितेंद्र कुमार सिंह एवं उपेंद्र सिंह शामिल रहे।