औरंगाबाद, बिहार।
जिले के ओबरा थाना क्षेत्र के
पूर्णाडीह पेट्रोल पंप पर पिछले महीने लूट और कर्मचारी की हत्या मामले का खुलासा हो गया है। हत्या और लूट कांड के मामले में तीन आरोपियों को पुलिस ने धर दबोचा है। जिसमें दो विधि विवादित किशोर हैं जबकि एक की पहचान औरंगाबाद जिले के ओबरा थाना अंतर्गत पूर्णाडीह गांव निवासी भीम पासवान के पुत्र गोविंद कुमार के रूप में की गई है।

यह मामला 20 जून की है जिसमें ओबरा थाना क्षेत्र के पूर्णाडीह गांव के पास कारा मोड़ – डीहरा मुख्य पथ पर स्थित पेट्रोल पंप पर नोजल कर्मी की हत्या हो गई थी। नोजल कर्मी की पहचान दाउदनगर थाना के करमा कला गांव निवासी संजय सिंह के पुत्र विक्रम कुमार के रूप में हुई थी।
हत्या उक्त पेट्रोल पंप के काउंटर के बगल के कमरे में कर दी गई थी तथा 65 हजार रूपये लूटकर अज्ञात अपराधकर्मी फरार हो गए थे। इस घटना के बाद मामले में मृतक के भाई राजू कुमार द्वारा उक्त पेट्रोल पंप के मालिक व अन्य 2 लोगों के विरुद्ध अपने भाई की हत्या के आरोप में ओबरा थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी । इसके बाद काण्ड के अनुसंधान एवं तकनीकी साक्ष्य के आधार पर थानाध्यक्ष पंकज कुमार सैनी और सशस्त्र बलों के संयुक्त कार्रवाई में अप्राथमिकी इन अभियुक्तों को कड़ी मशक्कत के बाद धर दबोचा है। पुलिस अधीक्षक कांतेश कुमार मिश्रा ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि मामले में संलिप्त अप्राथमिकी अभियुक्त को कड़ी मशक्कत के बाद गिरफ्तार कर लिया गया है। जिसमें दो विधि विवादित किशोर हैं। जबकि एक गोविंद कुमार को गिरफ्तार किया गया। इस घटना में उस पेट्रोल पंप मालिक की कोई संलिप्तता नहीं पाई गई। एसपी ने बताया कि इस दौरान उस पेट्रोल पंप से 65 हजार रुपए की भी लूट हुई थी। जो हत्यारों के पास से 8000 रूपये बरामद किए गए हैं। इसके अलावा इनके पास से 2 मोबाइल फोन भी जब्त हुआ है।
एसपी ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों ने घटना में संलिप्तता स्वीकार की है। पेट्रोल पंप मालिक की घटना में संलिप्तता नहीं पाई गई है।