औरंगाबाद, बिहार।
सोशलिस्ट पार्टी के जमाने से ही समाजवाद का झंडा बुलंद करने वाले बिहार सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वर्गीय रामविलास सिंह यादव की 17वीं पुण्यतिथि मनाई गई। यह कार्यक्रम औरंगाबाद जिले के संगम रिसोर्ट में विरासत बचाओ संघर्ष परिषद के तत्वाधान में आयोजित किया गया था जहां जिले के लोगों ने जाकर उनके तेल चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया।
कार्यक्रम के दौरान उनके व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डाला गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विरासत बचाओ संघर्ष परिषद अध्यक्ष सतेंद्र यादव एवं संचलन राजद प्रवक्ता डॉ रमेश यादव ने किया। बिहार के पूर्व मंत्री महान समाजवादी नेता रामबिलास सिंह को वक्ताओं ने याद करते हुए कहा कि महापुरुषों का सम्मान होगा तभी आने वाली पीढ़ियां उनके योगदान को जान पाएगी। रामबिलास बाबू सामाजिक सद्भाव के प्रतिक थे। वे सात विभागों के मंत्री रहे, लेकिन कभी भी उनके दामन पर दाग नहीं लगा। औरंगाबाद जिले के निर्माण में उनका बड़ा योगदान रहा हैं। उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता हैं, आज उन्हीं का देन हैं कि दाउदनगर अनुमंडल बना। औरंगाबाद जिले के निर्माण में भी उनका अहम योगदान रहा हैं। वे शिक्षा के क्षेत्र में गुणवतापूर्ण शिक्षा विशेषकर तकनीकि व विधि शिक्षा के विकास के लिए हमेशा प्रयासरत रहे। उन्होंने जाति तोड़ो व समाज जोड़ो के सिद्धांत पर चलने का कार्य किया। वे व्यक्ति विशेष के नहीं हैं बल्कि वे दबे कुचले, शोषित और पिछड़े समाज के धरोहर हैं। उन्होंने जीते जी जात की राजनीति नहीं की, बल्कि जमात की राजनीत की। पूर्व मंत्री रामविलास सिंह यादव सभी वर्गों में लोकप्रिय व सर्वमान्य नेता थे । वे पांच बार विधायक चुने गए । संयुक्त बिहार-झारखंड की सरकार में कई मंत्रालयों के प्रमुख रहे। 1972 में पुलिस राज्य मंत्री बने । 1974 में लोकनाय जय प्रकाश नारायण ने जब दूसरी बार आजादी का विगुल फूंका तो सत्ता के खिलाफ मंत्री रहते उन्होंने त्यागपत्र दे दिया था । इसके अलावा उन्होंने अपने राजनीतिक व सामाजिक जीवन में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया और औरंगाबाद जिला तथा बिहार के विकास में मुख्य भूमिका निभाई । 1977 में ग्रामीण विकास मंत्री और 1990 में कारा एवं पुनर्वास मंत्री रहे। इस दौरान पूर्व विधायक सुरेश मेहता, राजद जिलाध्यक्ष अमरेंद्र कुशवाहा, जिला परिषद उपाध्याय प्रतिनिधि ई. सुबोध कुमार सिंह, जिला पार्षद शंकर यादव, अनिल यादव, सुरेंद्र यादव, विरासत बचाओ परिषद के महासचिव राधे प्रसाद, प्रवक्ता संजीत कुमार, राजद वरीय नेता उदय उज्जवल, अजय यादव, संजय यादव, संतोष यादव, विकास यादव, सुशील कुमार,पूनम यादव, चंचला कुशवाहा, मालती देवी, मुखिया बिजेंद्र कुमार यादव, मुरारी सोनी, छात्र नेता चंदन कुमार सहित कई अन्य मौजूद रहे।