औरंगाबाद, बिहार।
पिछले 28 सालों से फरार जिले के मोस्ट वांटेड हार्डकोर नक्सली को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार नक्सली की पहचान गोह प्रखंड के बंदेया थाना क्षेत्र के कामेश्वर यादव के रूप में की गई है। जिस पर 1999 में दर्ज मामले में जिले की पुलिस सर गर्मी से तलाश कर रही थी।
पिछले 28 सालों से फरार नक्सली औरंगाबाद जिले के बंदेया थाना की पुलिस के हत्थे चढ़ गया। गिरफ्तार नक्सली कामेश्वर यादव गोह प्रखंड के बंदेया थाना क्षेत्र के बेला बारिश गांव का निवासी है। मामले में पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है। दाउदनगर के एसडीपीओ कुमार ऋषि राज ने शनिवार की शाम बताया गिरफ्तार नक्सली कामेश्वर यादव समाज में अशांति फैलाने के मामले में मास्टर माइंड है। पुलिस के लिए वह पिछले 28 साल से मोस्ट वांटेड था। पुलिस उसे लगातार सरगर्मी से तलाश रही थी लेकिन वह हाथ आते-आते बच जा रहा था। आखिरकार सटीक खुफिया इनपुट पर उसे शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया।
बंदेया समेत कई थानों में मामले दर्ज
उन्होने बताया कि गिरफ्तार नक्सली कामेश्वर यादव के खिलाफ बंदेया थाना समेत अलग-अलग थानों में विभिन्न मामले दर्ज हैं। पुलिस को उसकी लंबे समय से तलाश थी लेकिन वह हर बार बच निकलता था। इस बार सटीक सूचना पर छापेमारी कर उसे धर दबोचा गया। उस पर
साल 1999 में उसके खिलाफ 17 सीएलए एक्ट के तहत बंदेया थाना में मामला दर्ज किया गया था। यह एक्ट समाज की शांति भंग करने के लिए लगाया जाता है। मामला दर्ज होने के बाद से वह लगातार फरार चल रहा था। मामले में 3 साल बाद उसके खिलाफ कोर्ट से स्थायी वारंट निर्गत किया गया था, जिसमें वह फरार चल रहा था।
नक्सलियों के खिलाफ अभियान जारी
एसडीपीओ कुमार ऋषिराज ने बताया कि
एसपी अम्बरीश राहुल के निर्देश पर औरंगाबाद जिले को अपराध मुक्त और नक्सल मुक्त बनाने के लिए लगातार कार्रवाई की जा रही है। जंगली-पहाड़ी इलाकों में सर्च ऑपरेशन चलाए जाने के साथ ही फरार नक्सलियों की गिरफ्तारी के लिए सघन छापेमारी की जा रही है। कोबरा और एसटीएफ जवानों को भी नक्सल विरोधी अभियान में लगाया गया है। एक दिन पहले भी पुलिस ने गया के सलैया थाना क्षेत्र के निमिया रेहड़ा गांव में छापेमारी कर हार्डकोर नक्सली अखिलेश भुइयां को गिरफ्तार किया था। वही
दूसरे दिन आज हार्डकोर नक्सली कामेश्वर यादव को गिरफ्तार किया गया। इसके पहले भी सुरक्षा बलों ने सर्च ऑपरेशन के दौरान केन बम, आईईडी और अन्य सामान बरामद कर उन्हें जंगल में ही विनष्ट कर किया है। पुलिस का दावा है कि नक्सलियों के खात्मे तक पुलिस का यह अभियान लगातार जारी रहेगा। फिलहाल आवश्यक कार्रवाई और पूछताछ के बाद गिरफ्तार नक्सली को रिमांड के लिए कोर्ट भेज दिया गया है।