औरंगाबाद, बिहार।
लोकसभा निर्वाचन-2024 के प्रथम चरण के तहत होने वाले मतदान प्रक्रिया में औरंगाबाद भी शामिल है। जहां नाम निर्देशन के बाद नामांकन प्रति की जांच के दौरान 12 प्रत्याशियों का नामांकन रद्द कर दिया गया है। अब मैदान में कुल 9 प्रत्याशी ही होंगे। रिकॉर्ड 12 प्रत्याशियों के नामांकन रद्द होने के बाद प्रत्याशी आक्रोशित थे।
औरंगाबाद संसदीय सीट से नाम निर्देशन पत्र दाखिल करने की तिथि 20 मार्च से लेकर 28 मार्च निर्धारित की गई थी। जिसमें कुल 21 उम्मीदवारों ने नामजदगी का पर्चा दाखिल किया था। 30 मार्च को नामांकन पत्र जांच करने की अंतिम तिथि थी। नामांकन पत्र जांच के बाद जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने 12 प्रत्याशियों के फॉर्म को रद्द कर दिया है। नामांकन रद्द होने के बाद अब केवल 9 प्रत्याशी ही चुनाव मैदान में रह गए हैं। अभ्यर्थिता रद्द किए गए प्रत्याशियों में दो दलीय उम्मीदवार भी शामिल हैं। वहीं नामांकन रद्द किए जाने से नाराज़ कई उम्मीदवारों ने साजिश का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि एक साजिश के तहत नाम निर्देशन रद्द किया गया है।

औरंगाबाद के जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री ने बताया कि शनिवार को उम्मीदवारों द्वारा दाखिल नाम निर्देशन पत्रों की संवीक्षा की गई। संवीक्षा में नाम निर्देशन पत्र में त्रुटि पाए जाने पर 12 प्रत्याशियों की अभ्यर्थिता अस्वीकृत कर दी गई है।
जिन उम्मीदवारों का नाम निर्देशन पत्र अस्वीकृत किया गया है, उनमें बीजेजेडी के प्रत्याशी शंभूशरण ठाकुर, राजपा के अजीत कुमार यादव, निर्दलीय सुजीत कुमार सिंह, महेंद्र कुमार, विनोद प्रसाद चौधरी, गौतम कुमार, अनील प्रसाद, अमन कुमार सिंह, अमित शर्मा, सुरेश राम, धीरेंद्र कुमार सिंह एवं शक्ति कुमार मिश्रा शामिल हैं।
- सुनार से ज़ेवर लेकर भागने का आरोपी गिरफ्तार, पत्नी को ज़ेवर दिखाने के बहाने सुनार से 6.5 लाख का ज़ेवर ले भागा था आरोपी
- शादी के 45 दिन बाद ही पत्नी ने करा दी थी प्रियांशु की हत्या, पुलिस का खुलासा, फूफा के साथ 15 साल से थे अवैध संबंध
- समाजवादी नेता मोहन सिंह यादव को पत्नीशोक, 3 जुलाई को श्रद्धांजलि सभा
- 17 वीं पुण्यतिथि पर याद किए गए समाजवादी नेता पूर्व मंत्री स्वर्गीय रामविलास सिंह यादव
- मदनपुर व्यापार मंडल में किसानों को नहीं मिल रहा है खाद, दीवार पर लिखे महत्वपूर्ण मोबाइल नम्बर मिटाए गए
वहीं जिन 9 प्रत्याशियों के नाम निर्देशन पत्र स्वीकार किए गए हैं उनका नाम इस प्रकार है।
अभय कुमार सिन्हा राष्ट्रीय जनता दल, सुनेश कुमार बहुजन समाज पार्टी, सुशील कुमार सिंह भारतीय जनता पार्टी, प्रतिभा रानी पीपुल्स पार्टी ऑफ़ इंडिया (डेमोक्रेटिक),रामजीत सिंह राष्ट्रीय जनसंभावना दल, शैलेश राही अखिल हिन्द फॉरवर्ड ब्लॉक(क्रांतिकारी), मो वलीउल्लाह निर्दलीय, राजबल्लभ सिंह निर्दलीय, सुरेश प्रसाद वर्मा निर्दलीय शामिल हैं।
नामांकन पत्र निरस्त किए जाने की सूचना मिलते ही प्रभावित प्रत्याशी आक्रोशित हो गए।
निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन करने वाले विनोद प्रसाद चौधरी ने कहा कि संवीक्षा के दौरान वे मौजूद थे। संवीक्षा में वर्तमान सांसद व बीजेपी प्रत्याशी सुशील कुमार सिंह के नाम निर्देशन पत्र में भी एक कॉलम खाली पाया गया।
इसके बावजूद बीजेपी प्रत्याशी का नामांकन पत्र स्वीकृत किया गया। हमारे साथ नाइंसाफी हुई है। इसकी हमें उम्मीद नही थी। यदि हमारे नामांकन में त्रुटि थी, तो हमें सुधार का मौका दिया जाना चाहिए था। ऐसा नहीं कर लोकतंत्र का गला घोंटा गया है।
नाम निर्देशन पत्र अस्वीकृत किए जाने के बाद निर्दलीय प्रत्याशी सुजीत कुमार सिंह ने किसी प्रतिद्वंदी प्रत्याशी का नाम लिए बगैर एक बड़े दल के उम्मीदवार की ओर ईशारा करते हुए कहा कि उनको मेरे चुनाव लड़ने से खतरा था। उन्हें नुकसान हो रहा था। इसी कारण उनके द्वारा एक साजिश के तहत उनका नामांकन रद्द कराया गया। इसे लेकर वे पटना हाईकोर्ट में रिट दायर करेंगे।