औरंगाबाद, बिहार।
लोकसभा चुनाव की रणभेरी बजते ही औरंगाबाद में हलचल शुरू हो गई थी। सबसे ज्यादा हलचल इंडिया गठबंधन में थी क्योंकि यहां से किसी प्रत्याशी का चेहरा साफ नहीं था। कांग्रेस से पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार प्रबल दावेदार थे। अब सब कुछ साफ हो गया है राजद ने यह सीट कांग्रेस को नहीं दी और स्वयं लड़ने का फैसला किया है। राजद ने युवा जदयू के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अभय कुशवाहा को यहां से उम्मीदवार बनाया है। अभय कुशवाहा टेकारी विधानसभा से विधायक के रह चुके हैं। टिकट लेकर गुरुवार की रात्रि वे औरंगाबाद पहुंचे, जहां राजद कार्यकर्ताओं ने उनका जगह जगह स्वागत किया। इस दौरान अभय कुशवाहा ने बताया कि वे सर्व समाज की बात करने आए हैं।


2019 की लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी सुशील कुमार सिंह ने टेकारी और गुरुआ विधानसभा से बड़ी बढ़त ली थी शायद यही कारण है की टेकारी के किसी नेता को राजद ने अपना प्रत्याशी बनाया है।
पहले चरण में ही है मतदान
औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र में प्रथम चरण में ही चुनाव है। 19 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। 20 मार्च से ही नामांकन पत्र दाखिल होने लगे हैं। दोनों गठबंधनों में उम्मीदवारों की अनिश्चितता को देखते हुए लोग अटकलें लगा रहे थे। इन अटकलों को विराम देते हुए राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने युवा जदयू के प्रदेश अध्यक्ष और टेकारी के पूर्व विधायक अभय कुशवाहा को लालटेन थमा दिया। सिंबल मिलते ही अभय कुशवाहा 21 मार्च की रात्रि औरंगाबाद पहुंचे। उन्होंने कहा कि वे क्षेत्र की सेवा भाई और बेटा बनकर करेंगे।
अभय कुशवाहा से उनके बार बालाओं के साथ वायरल डांस वीडियो के बारे में बात करने पर उन्होंने बताया कि यह 12 साल पुराने वीडियो है। उस समय युवावस्था में उनसे गलती हो गई थी जिसका उन्हें दुख है।
औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र के सभी खासकर युवा मतदाता उनके साथ हैं। वह युवाओं की बात करते हैं, सर्व समाज की बात करते हैं। वह तोड़ने नहीं जोड़ने की बात करते हैं और इसीलिए वह चुनाव मैदान में आए हैं।
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जनता दल यूनाइटेड छोड़ने के संबंध में उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय जनता दल उनका पुराना घर है। वह अपने नीति और सिद्धांत पर ही चल रहे हैं और आगे भी इस नीति और सिद्धांत पर कायम रहेंगे।
उनके अभिभावक लालू प्रसाद यादव हैं और उनके निर्देश पर ही वे औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने आए हैं।
इस दौरान उनके स्वागत में राजद जिला अध्यक्ष अमरेंद्र कुशवाहा, उपाध्यक्ष डॉ चंदन कुमार यादव, छात्र नेता शत्रुघ्न कुमार, डॉ रमेश यादव, उदय उज्जवल समेत सैकड़ो कार्यकर्ता शामिल थे।